कीबोर्ड के प्रकार और इसकी सम्पूर्ण जानकारी

नमस्कार दोस्तों इस लेख में हम कंप्यूटर कीबोर्ड के सारे बटन के बारे में जानेंगे। की Keyboard के प्रकार और इनमें कितने keys होते है? और वो कौन कौन होती है उनको क्या कहा जाता है।  इन सारे प्रश्नो का जवाब आपको इसी लेख में मिलेगा। और साथ में हम आपको कंप्यूटर विभिन्न प्रकार के Keyboard के बारे में बातएंगे। 

Computer Keyboard क्या होता है ?


Keyboard कंप्यूटर में लगे सबसे प्रमुख इनपुट डिवाइस होता है। जिसके प्रयोग कंप्यूटर में डाटा इनपुट के लिए किया जाता है।  इस से हम text , Numerical, यदि डाटा Enter करते है। 


Keyboard के प्रकार – Types of Computer Keyboard 

कंप्यूटर कीबोर्ड Basically अभी के समय में निम्नलिखित प्रकार की आती है। 
  1. Normal Keyboard (साधारण कीबोर्ड)
  2. Wireless Keyboard (तार-रहित कीबोर्ड )
  3. Ergonomic Keyboard (एर्गोनोमिक कीबोर्ड ) 
  4. Flexible Keyboard (फ्लेक्सिबल कीबोर्ड )
  5. Virtual Keyboard (वर्चुअल कीबोर्ड )
  6. Projection Keyboard (प्रोजेक्शन कीबोर्ड )
आज के टाइम में और भी कीबोर्ड मार्केट में आ गए है। लेकिन आज के इस लेख में हम बस ये 6 प्रकार के कीबोर्ड के बारे में बात करेंगे। ये कीबोर्ड कैसे होते है और हमारे लिए कौन सा कीबोर्ड लेना अच्छा रहेगा। 
Normal Keyboard (साधारण कीबोर्ड) :- Normal Keyboard इस कीबोर्ड का उपयोग सबसे ज्यादा होता है। ये एक साधारण सा कीबोर्ड होते है जिसमे कोई extra keys नहीं होती इसमें सिर्फ अल्फाबेट Keys, न्यूमेरिक Keys, फंक्शन Keys इत्यादि सब मिलाकर 101 बटन होते है।

Normal Keyboard

Wireless Keyboard (तार-रहित कीबोर्ड) :- Wireless Keyboard में ठीक साधारण कीबोर्ड की तरह होता है बस इसका खूबी यह होता है की इसमें किसी प्रकार का कोई तार नहीं होता ये बिना तर के होता है। ये Bluetooth से कंप्यूटर या लैपटॉप में कनेक्ट आसानी से हो जाता है। और है इस प्रकार में एक बैटरी भी लगी होती है।  

Wireless Keyboard

Ergonomic Keyboard (एर्गोनोमिक कीबोर्ड) :- Ergonomic Keyboard इस तरह keyboard का खैसियत यह है की यह बिलकुल Comfortable Feel के लिए बनाया गया है ताकि इसके users को आसानी हो इसको चलाने में इसीलिए इसका डिज़ाइन यूजर के Comfort के अनुसार थोड़ा टेढ़ा मेढा आता है। इसमें साधारण keyboard के मुकाबले ज्यादा बटन होते है।  

Ergonomic Keyboard

Flexible Keyboard (फ्लेक्सिबल कीबोर्ड) :- Flexible Keyboard (लचीले कीबोर्ड) के कई फायदे हैं। इसको इस तरह से डिज़ाइन किया गया है, की इसको हम मोड़ सकते है और जरुरत पड़ने पर हमारे पॉकेट में इसको रख कर कही ले जा सकते है। जबकि और कीबोर्ड को ले जाने के लिए अधिक जगह की आवश्यकता होती है। इसे Compact Design में बदला जा सकता है। और ये ज्यादातर water Proove होता है। 

Flexible Keyboard
Virtual Keyboard (वर्चुअल कीबोर्ड) :- Virtual Keyboard ये कोई फिजिकल कीबोर्ड नहीं होता है बल्कि ये हमारे स्क्रीन पर दिखता है जिसे हमे अपने माउस से Click करना होता है। अपने कंप्यूटर या लैपटॉप में इसे आसानी से डाउनलोड और इस्तेमाल कर सकते है। ये ठीक वैसा ही होता है जैसा एक Touch screen मोबाइल में कीबोर्ड होता है।   
Virtual Keyboard

Projection Keyboard (प्रोजेक्शन कीबोर्ड) :- Projection Keyboard यह भी लगभग लगभग Virtual Keyboard की तरह ही होता है क्योकि इसमें भी कोई फिजिकल कीबोर्ड तो नहीं होता पर एक डिवाइस होती है जिससे निचे प्रोजेक्शन होता है और एक लाइट के सहारे एक कीबोर्ड हमे दिखाई देता है। इसमें लगे sensor ये पता लगा लेता है की हमने कौन सी बटन click की है। 
Projection Keyboard

Keyboard में कुल कितने प्रकार के Keys (बटन) होते है?

कीबोर्ड में keys के प्रकार निम्नलिखित है।

  • Function Keys
  • Typing Keys
  • Control Keys
  • Navigation Keys
  • Indicator Lights
  • Numeric Keypad
आइये एक एक कर के आप इन सब बटन के बारे में जानते है इनकी संख्या और काम। 

Keyboard में कितने Alphabet Keys होती है ?

कीबोर्ड में 26 अल्फाबेट की Keys A से Z तक होते हैं, जिनका उपयोग कर हम किसी भी शब्द या टेक्स्ट को लिख सकते हैं।

Keyboard में Numeric Keys क्या होती है ?

इन की (Keys) का उपयोग नंबर या अंक टाइप करने के लिए होता है। इन पर 0 से 9 तक संख्या अंकित रहते हैं। साधारण कीबोर्ड के दाहिने तरफ अंक टाइप करने के लिए संख्यात्मक कीपैड होता है। इसमें 0 से 9 तक अंक, दशमलव, जोड़, घटाव, गुणा तथा भाग के की(Key) होते हैं।

फंक्शन की कितने होते हैं? – इसका काम क्या होता है ?

कीबोर्ड में 12 फंक्शन Keys होती है यह कीबोर्ड के सबसे ऊपर स्थित होते हैं इन बटनों पर F1 से F12 अंकित होते हैं। इनका उपयोग use बार-बार किए जाने वाले कार्य के लिए पहले से निर्धारित रहता है। इनके उपयोग से समय की बचत होती है।

Cursor Control keys (कर्सर कंट्रोलर की)

इन की(keys) का उपयोग स्क्रीन पर कर्सर को कहीं भी ले जाने के लिए होता है। यह चार विभिन्न दिशाओं को इंगित करते हैं जिसे चार तीर के निशान से दर्शाया रहता है। इसे Arrow keys (एरो की) भी कहा जाता है। इसे Left (दाया), Right (बाया), Up (ऊपर) तथा Down (नीचे) एरो-की कहते हैं।

इनके ठीक ऊपर कर्सर को नियंत्रित करने के लिए चार और बटन होते हैं जो Home (होम), End (एंड), Page Up, Page Down ऐरो-की कहते हैं।

  •   HOME कर्सर को लाइन के आरंभ में ले जाता है।
  •   END कर्सर को लाइन के अंत में ले जाता है।
  •   Page Up कर्सर को एक पेज पीछे या पिछले पेज में ले जाता है।
  •   Page Down कर्सर को अगले पेज में ले जाता है।



Keyboard में Special Purpose keys कौन कौन है?


Caps Lock key

यह एक टाॅगल बटन है। Toggle Button मतलब एक बार दबाने वाला वह ON (सक्रिय( तथा दूसरी बार पुनः उसे दबाने पर OFF (निष्क्रिय) हो जाता है। इसे सक्रिय रखने पर सारे अक्षर Capital Latter (बड़े अक्षरों) में लिखा जाता है। जिसे कंप्यूटर में Upper case कहते हैं इसे पुनः दबाकर निष्क्रिय किया जाता है। जिससे Small Latter या Lower Case में लिखना आरंभ हो जाता है।

Num lock key

यह भी टॉगल बटन है। इसके सक्रिय रहने से कीबोर्ड के ऊपर की संख्यात्मक कीपैड सक्रिय रहता है, नहीं तो नंबर पैड directional arrow (डायरेक्शन एरो) के रूप में काम करता है।

Shift keys (शिफ्ट की)

यह एक combinational keys (संयोजन बटन) है। इसे किसी और बटन के साथ उपयोग करते हैं। कीबोर्ड पर जिस किसी भी बटन पर दो character अंकित रहता है तो ऊपर वाले character को टाइप करने के लिए shift का उपयोग करते हैं। 
जैसे – कीबोर्ड पर 2 के ऊपर भाग में @ कैरक्टर है। अतः @ को टाइप करने के लिए शिफ्ट के साथ @ बटन दबाते हैं, तो @ टाइप होता है नहीं तो 2 टाइप होगा। अगर कैप्स लॉक सक्रिय हैं तो शिफ्ट के साथ कोई भी अक्षर टाइप करने पर Small Latter (छोटे अक्षर) या Lower Case में टाइप होगा। नंबर पैड को डायरेक्शन एरो के रूप में कार्य कराने के लिए भी हम इसका उपयोग करते हैं।

 कीबोर्ड में शिफ्ट की दो स्थान पर होता है।


Enter key या Return key

कंप्यूटर को दिए गए कमांड नाम प्रोग्राम नाम को निष्पादित करने या शुरू करने के लिए इसका उपयोग किया जाता है। डॉक्यूमेंट में एक पंक्ति का अंत तथा नए पंक्ति का आरंभ करता है। यह भी कीबोर्ड पर दो स्थानों पर होता है।

Tab key -Tab  का Full Form क्या होता है ?

Tab key ,Tabulator Key (टेबुलेटर बटन) का Shortcut संक्षिप्त नाम है। यह कर्सर को निश्चित दूरी तक एक बार में ले जाता है और ब्राउज़र पेज में दूसरे लिंक पर ले जाता है। 
Word या exel के टेबल के एक वर्ग से दूसरे वर्ग में ले जाने के लिए इसका उपयोग किया जाता है। इसके द्वारा डायलॉग बॉक्स में दिए गए विकल्पों में से किसी एक का चयन भी किया जा सकता है। Word Document वर्ड डॉक्युमेंट में Tab सेट कर पेज का Margin, पैराग्राफ तथा एक शब्द से दूसरे शब्द के बीच की दूरी को सेट किया जाता है।

Esc-Escape Key का उपयोग 

यह कैंसल बटन का समतुल्य है। पावर पॉइंट में इसका उपयोग को स्लाइड शो रुक जाता है तथा वेब पेज पर चलता हुआ एनिमेशन रुक जाता है। वेबपेज जो लोड हो रहा होता है इसके प्रयोग से रुक जाता है तथा Ctrl के साथ इसका उपयोग करने से स्टार्ट मेनू खुल जाता है। अतः जो भी कार्य कंप्यूटर में चल रहा है या प्रोग्राम खुला है उसे बंद कर देता है या उससे बाहर आ जाता है।

Space bar

शब्दों के बीच में जगह डालने के लिए इसका प्रयोग किया जाता है।

Backspace key

कर्सर के ठीक बायी ओर के अक्षर चीन या जगह को मिटाने के लिए इसका उपयोग किया जाता है।

Delete key

कर्सर के ठीक दाएं ओर के अक्षर, चिन्ह, जगह को मिटाने के लिए उसका उपयोग किया जाता है। इसके द्वारा चयन किया हुआ Selected शब्द, लाइन, पेज, फाइल या ड्रॉइंग को मिटाया जा सकता है।

Ctrl-Control key

यह भी एक Combination key (संयोजन बटन) है। जो किसी और बटन के साथ मिलकर विशेष कार्य करता है। इसका कार्य विभिन्न सॉफ्टवेयर के अनुसार बदलता रहता है।
जैसे – कि ctrl + C Copy करने तथा Ctrl + V भी पेस्ट करता हैं। कीबोर्ड पर दो ‘कंट्रोल की’ होते हैं। Ctrl + Alt + DEL इन तीनों बटनोंको एक साथ दबाने पर विंडो टास्क मैनेजर का विंडो खुलता है तथा इससे हम किसी भी प्रोग्राम को बंद कर सकते हैं। और अगर कोई प्रोग्राम कंप्यूटर में चलते चलते हैंग (Hang) कर जाता है तो इन तीनों के उपयोग से उस प्रोग्राम को बंद किया जा सकता है। इसे रिसेट भी कहते हैं।

Print Screen key

इस key को Shift key के साथ प्रयोग कर Screen स्क्रीन पर प्रदर्शित फाइल, फोटो प्रिंटर के द्वारा प्रिंट किया जाता है।

Scroll Lock Key का Use क्या है?

यहां बटन कीबोर्ड के ऊपर Pause के पास स्थित होता है। यह Text या रन कर रहे प्रोग्राम को अस्थाई रूप से स्थान पर रुकता है। फिर से टेक्स्ट या प्रोग्राम को सक्रिय करने के लिए इसी बटन को दोबारा उपयोग करना होता है।

Pause key

यह कीबोर्ड के ऊपर दाहिने तरफ स्थित होता है। यह बटन को अस्थाई तौर पर चल रहा है प्रोग्राम को रोक देता है तथा किसी बटन को दबाने पर फिर से प्रोग्राम चलने लगता है।
जैसे-कंप्यूटर गेम में अस्थाई रूप से गेम को रोकने के लिए इसका उपयोग किया जाता है

Modifier key

यह कंप्यूटर कीबोर्ड की विशेष key है जो किसी key के combination में उपयोग किया जाता है। यह दूसरे key के कार्य को रूपांतरित कर देता है ।

जैसे – ALT + F4 MS- Window सक्रिय प्रोग्राम विंडो को बंद कर देता है, जहां ALT Modifier Key है जो F4 के काम कार्य को रूपांतरित कर देता है।

कुछ Modifier key  निम्नलिखित है
ALT,SHIFT,CTRL

कीबोर्ड का हिंदी नाम क्या है?

कीबोर्ड कंप्यूटर में सबसे महत्पूर्ण इनपुट डिवाइस है ये तो आप जान गए है आपको पता है कीबोर्ड को इंग्लिश में Keyboard , तथा वही हिंदी में इसका दूसरा नाम कुंजीपटल है। कुंजी का मतलब चाभी होता है। 

Keyboard का फुल फॉर्म 

कीबोर्ड दो शब्दों से मिलकर बना है की+बोर्ड जिसका मतलब हुआ बटन का बोर्ड इस तरह कीबोर्ड का फुल फॉर्म हुआ बटन का पलेट इसको हम कुंजीपटल कह सकते है। अगर दूसरे शब्दों में कहा जाये तो ऐसा बोर्ड या संग्रह जिसमे बहुत सारे बटन हो।  

दोस्तों इस लेख में हम कीबोर्ड के प्रकार और इसकी सम्पूर्ण जानकारी और साथ में इसके सभी तरह के keys के बारे में जानकारी दी है उम्मीद है आपको अच्छी लगी होगी अगर लगी है तो आप हमें कमेंट में बताये और कंप्यूटर कीबोर्ड से Related और भी कुछ जानना या पूछना चाहते है तो वो भी हमें बताये। 

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